फ़रवरी का महीना युवाओ के लिए ही नही सभी के लिए उमंग का महीना होता है|
भूतपूर्व युवा गुलाबी ठंड मे धूप मे बैठने का मज़ा लेते है तो वर्तमान युवा इसे खूबसूरत पर्व की नज़र से देखते है फिर चाहे आप उसे 'बसंत' कहे या 'वेलेंटाइन डे'
(आजकल कुछ अराजक तत्व संस्कृति का नाम लेके इसमे खलन डालने का प्रयास करते है जबकि उन्हे संस्कृति से कोई मतलब नही बस अपनी राजनीति करनी है)
वैसे तो प्यार करने और जताने का कोई 1खास दिन या साप्ताह नही होता किंतु आजकल की व्यस्तता भरे जीवन मे इसकी ज़रूरत बढ़ जाती है|
हिन्दी महीने मे तो बस बसंत ऋतु कह देना ही पर्याप्त होता है क्यूंकी..
हम भारतीय टुकड़ो मे प्यार करने या जताने मे यकीन नही रखते (इस मामले मे हमे कंजूस कहा जा सकता है) जबकि अँग्रेज़ी कॅलंडर के अनुसार इसे साप्ताह के दिनो मे अलग अलग करके मानते है जो 'रोज डे' से शुरू होकर 'वेलेंटाइन डे' पर समाप्त होता है:
भूतपूर्व युवा गुलाबी ठंड मे धूप मे बैठने का मज़ा लेते है तो वर्तमान युवा इसे खूबसूरत पर्व की नज़र से देखते है फिर चाहे आप उसे 'बसंत' कहे या 'वेलेंटाइन डे'
(आजकल कुछ अराजक तत्व संस्कृति का नाम लेके इसमे खलन डालने का प्रयास करते है जबकि उन्हे संस्कृति से कोई मतलब नही बस अपनी राजनीति करनी है)
वैसे तो प्यार करने और जताने का कोई 1खास दिन या साप्ताह नही होता किंतु आजकल की व्यस्तता भरे जीवन मे इसकी ज़रूरत बढ़ जाती है|
हिन्दी महीने मे तो बस बसंत ऋतु कह देना ही पर्याप्त होता है क्यूंकी..
हम भारतीय टुकड़ो मे प्यार करने या जताने मे यकीन नही रखते (इस मामले मे हमे कंजूस कहा जा सकता है) जबकि अँग्रेज़ी कॅलंडर के अनुसार इसे साप्ताह के दिनो मे अलग अलग करके मानते है जो 'रोज डे' से शुरू होकर 'वेलेंटाइन डे' पर समाप्त होता है:
- Rose Day Feb 7
- Propose Day Feb 8
- Chocolate Day Feb 9
- Teddy Day Feb 10
- Promise Day Feb 11
- Hug Day Feb 12
- Kiss Day Feb 13
- Valentine Day Feb 14.
वेलेंटाइन डे मनाने की परंपरा हमारे देश में भले ही कुछ सालों से हो
लेकिन संसार के कुछ हिस्सों में प्रेमी यह पर्व एक लंबे अरसे से मनाते रहे
हैं
प्यार के इजहार का प्रतीक माना जाने वाला यह दिन एक ऐसे संत के बलिदान का दिन है जिसने प्यार किया और प्यार करने वालों को बंधन में बांधने का प्रयास किया। ऐसा कहा जाता है कि रोम के शासक क्लोडियस द्वितीय ने अपने शासनकाल में अपने सिपाहियों पर अपनी प्रेमिकाओं से मिलने व शादी करने पर रोक लगा दी थी।
तब इस प्रेम पुजारी वेलेंटाइन ने लोगों की छुपकर शादियां करवाई और प्रेम करने वालों को मिलाया। इसी वजह से क्लोडियस ने वेलेंटाइन को 14 फरवरी 269 ई. को मृत्युदण्ड दे दिया। वेलेंटाइन ने मृत्यु से पहले अपनी दोस्त जो कि जेलर की बेटी थी के नाम एक खत लिखा जिसमें उसने लिखा- फ्रॉम योर वेलेंटाइन। इसी दिन को प्यार के प्रतीक के दिन में संत वेलेंटाइन के नाम पर वेलेंटाइन दिवस के नाम से विश्व में मनाया जाने लगा।
प्यार के इजहार का प्रतीक माना जाने वाला यह दिन एक ऐसे संत के बलिदान का दिन है जिसने प्यार किया और प्यार करने वालों को बंधन में बांधने का प्रयास किया। ऐसा कहा जाता है कि रोम के शासक क्लोडियस द्वितीय ने अपने शासनकाल में अपने सिपाहियों पर अपनी प्रेमिकाओं से मिलने व शादी करने पर रोक लगा दी थी।
तब इस प्रेम पुजारी वेलेंटाइन ने लोगों की छुपकर शादियां करवाई और प्रेम करने वालों को मिलाया। इसी वजह से क्लोडियस ने वेलेंटाइन को 14 फरवरी 269 ई. को मृत्युदण्ड दे दिया। वेलेंटाइन ने मृत्यु से पहले अपनी दोस्त जो कि जेलर की बेटी थी के नाम एक खत लिखा जिसमें उसने लिखा- फ्रॉम योर वेलेंटाइन। इसी दिन को प्यार के प्रतीक के दिन में संत वेलेंटाइन के नाम पर वेलेंटाइन दिवस के नाम से विश्व में मनाया जाने लगा।
मेरी जिन्दगी का सहारा नहीं है .
ReplyDeleteइस जहाँ में कोई हमारा नहीं है .
पकड़ा उनका दामन तो वो हस कर बोले
छोड़ दे दामन तुम्हारा नहीं है।
"इतना मायूस ना हो तू इस दुनियाँ में,
ReplyDeleteये जहाँ बहुत सुंदर बहुत प्यारा है,
दामन ना मिला किसी का तो क्या हुआ,
हस कर तो देख ये सारा जहाँ तुम्हारा है|"
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